SEBI ने कहा कि Quant Mutual Fund के निवेश और प्रबंधन में गड़बड़ियों की जांच कर रहा है। मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार,मुंबई और हैदराबाद में इससे जुड़े लोगों की गिरफ्तारी हुई। फ्रंट-रनिंग की प्रक्रिया मुख्य मुद्दा है। फ्रंट-रनिंग को बहुत अनैतिक और अवैध माना जाता है।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) कथित तौर पर Quant Mutual Fund के प्रबंधन और निवेश प्रक्रिया में अनियमितताओं की जांच कर रहा है। मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई और हैदराबाद में स्थित ऑफिस पर तलाशी और जब्ती अभियान चलाया गया रिपोर्ट में कहा गया है कि शुक्रवार को Quant के डीलरों और मामले से जुड़े लोगों से पूछताछ की गई।
इस कार्यवाही पर Quant Mutual Fund ने एक पत्र में इन आरोपों के संबंध में SEBI से पूछताछ की पुष्टि की है। Quant ने अपने निवेशकों को लिखा,”हम आवश्यक सभी पेपर प्रदान करेंगे और SEBI को नियमित और आवश्यकतानुसार डेटा भी उपलब्ध कराएँगे ।”अब फंड हाउस की आंतरिक प्रक्रिया की जांच हो रही है, जो 2019 में 100 करोड़ रुपये से बढ़कर वर्तमान में 93,000 करोड़ रुपये से अधिक का प्रबंधन कर रही है।
Quant Mutual Fund की क्यों हो रही हैं और क्या है फ्रंट-रनिंग ?
Quant Mutual Fund के खिलाफ SEBI की जांच में फ्रंट-रनिंग की प्रक्रिया प्रमुख है। जब एक म्यूचुअल फंड प्रबंधक या व्यापारी अपने ग्राहकों के ऑर्डर से पहले खुद के लिए ऑर्डर करता है, तो इसे फ्रंट-रनिंग कहा जाता है। इससे व्यापारियों को अनुचित लाभ मिलता है क्योंकि वे जानते हैं कि बड़े ऑर्डर की वजह से कीमत बढ़ेगी और वे पहले ही खरीद कर मुनाफा कमा सकते हैं।
यह प्रक्रिया गोपनीय सूचना का दुरुपयोग करता है और बाजार की अखंडता को कमजोर करता है, फ्रंट-रनिंग को बहुत अनैतिक और अवैध माना जाता है। यह प्रक्रिया प्रबंधकों द्वारा ग्राहकों के प्रति विश्वास और निष्ठा की जिम्मेदारी का उल्लंघन करता है। निष्पक्ष और पारदर्शी बाजार सुनिश्चित करने के लिए SEBI ने इसके लिए कड़े नियम बनाए हैं। अगर इस जांच में Quant म्यूचुअल फंड या उसके किसी व्यक्ति को फ्रंट-रनिंग का दोषी पाया जाता है, तो उन्हें भारी जुर्माने,निलंबन और संभावित कानूनी कार्रवाई जैसी कठोर सजा का सामना करना पड़ सकता है।