कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने हाल ही में अमेरिका के डलास में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान भाजपा और उसकी मातृ संस्था आरएसएस (RSS) पर तीखा हमला किया। उन्होंने टेक्सास यूनिवर्सिटी में छात्रों और भारतीय प्रवासी से बातचीत में कई मुद्दों पर खुलकर चर्चा की।
Rahul Gandhi ने कहा कि आरएसएस (RSS) भारत को एक विचार के रूप में देखता है, जबकि कांग्रेस इसे विचारों की विविधता मानती है। उन्होंने इसे दोनों पार्टियों के बीच असली लड़ाई का कारण बताया। उनका कहना था कि भाजपा ने चुनाव के बाद अपने डर को खो दिया है, और यह उपलब्धि कांग्रेस या उनकी नहीं, बल्कि भारत की जनता की है जिन्होंने संविधान पर हमले को नकार दिया।
महिलाओं के प्रति समाज की सोच पर सवाल ,
राहुल गांधी ने भारतीय पुरुषों की महिलाओं के प्रति सोच को “गंभीर समस्या” बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस की सोच है कि महिलाएं केवल घर के कामों तक सीमित रहें, जबकि कांग्रेस मानती है कि महिलाओं को अपनी इच्छाओं के अनुसार जीवन जीने और अपने सपनों को पूरा करने की पूरी स्वतंत्रता होनी चाहिए।
Rahul Gandhi ने की चीन से तुलना
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने भारत की बेरोजगारी पर चिंता जताई और इसे चीन के साथ जोड़ा, उन्होंने कहा कि चीन में रोजगार की समस्या नहीं है क्योंकि वहां उत्पादन पर ध्यान दिया गया है, जबकि पश्चिमी देश और भारत ने इसे नजरअंदाज कर दिया। उनका मानना है कि उत्पादन से रोजगार के अवसर बढ़ते हैं, और चीन इस मामले में अग्रणी है।
भाजपा की कड़ी प्रतिक्रिया
Rahul Gandhi के बयानों पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी, पार्टी के प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी अक्सर चीन का समर्थन करते हैं और उनके बयान भारत के हितों के खिलाफ होते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी भारतीय समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं, और इसी कारण जनता ने 2014, 2019 और 2024 में कांग्रेस को नकार दिया।
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