World Food Safety Day 2024: 7 जून को संयुक्त राष्ट्र संघ United Nations organisation ने विश्व भर के लोगों के लिए भोजन की सुरक्षा सुनिश्चित करने, इसके महत्व को समझने और खाद्य सुरक्षा के लिए बढ़ते खतरे को जागरूक करने के लिए वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे घोषित किया है।
World Food Safety Day 2024: वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे हर वर्ष जून की 7 तारीख को मनाया जाता है। 7जून को संयुक्त राष्ट्र संघ ने विश्व भर में सब लोगों की भोजन सुरक्षा सुनिश्चित करने और खाद्य सुरक्षा के लिए बढ़ते खतरे को जागरूक करने के लिए वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे घोषित किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और संयुक्त राष्ट्र का खाद्य और कृषि संगठन (FO ) ने वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया है। वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे पर लोगों को खराब भोजन के खतरों और खाने से होने वाली बीमारियों के प्रति भी जागरूक किया जाता है।
World Food Safety Day 2024:की थीम
2024 के वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे का थीम संयुक्त राष्ट्र संघ United Nations organisation और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा “सुरक्षित भोजन, बेहतर स्वास्थ्य” (Safe Food, Better Health) रखा गया है । इस थीम के तहत, इस बात पर जोर दिया जाएगा कि सुरक्षित और स्वच्छ भोजन हमारे स्वास्थ्य और भलाई के लिए कितना महत्वपूर्ण है।
World Food Safety Day के मुख्य उद्देश्य
1 : जागरूकता पैदा करना: खाद्य सुरक्षा से जुड़े खतरों और जोखिमों की जागरूक करना
2 : ज्ञान प्राप्त करना: खाद्य सुरक्षा का महत्व बताना और इसे सुनिश्चित करने के तरीके बताना।
3 : कार्रवाई करना: खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकारों, संस्थाओं, और लोगों को प्रेरित करना।
4 : सहयोग को प्रेरित करना: खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न देशों, संस्थाओं और समुदायों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना
Food Safety के मुख्य सिद्धांत
1 : शुद्धता: खाद्य उत्पादन से लेकर उपभोग तक हर चरण में सुरक्षा सुनिश्चित करना
2 : खाद्य सुरक्षा नियंत्रण: खाद्य सुरक्षा प्रबंधन प्रणालियों को अपनाना और लागू करना
3 : नियंत्रण: खाद्य सुरक्षा नियमों और मानकों का कड़ाई से पालन करना
4 : प्रशिक्षण: खाद्य सुरक्षा पर निरंतर शिक्षा और प्रशिक्षण देना
History of World Food Safety Day का इतिहास
UNO ने दूषित भोजन से होने वाली बीमारियों को रोकने के लिए और खाद्य सुरक्षा पर जागरूकता फैलाने के लिए वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे की शुरुआत की। 20 दिसंबर 2018 को यूएनओ की जनरल असेंबली ने 7 जून को फूड सेफ्टी डे मनाने का निर्णय लिया। 7 जून 2019 को वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे पहली बार मनाया गया था। इसके बाद से इस दिन को हर साल मनाने का क्रम शुरू हुआ।
Significance of World Food Safety Day वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे का महत्व
न सिर्फ जीवित रहने के लिए, बल्कि स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मन , मस्तिक के लिए भी शुद्ध और ताज़ा भोजन करना आवश्यक है।वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे को दुनिया भर में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिसका उद्देश्य लोगों को इस बारे में जागरूक करना है। यह दिन भी बताता है कि दूषित खाने से बीमारियां फैल रही हैं। खाने से होने वाली बीमारियां हर साल 600 मिलियन होती हैं। जिनमें से लगभग 420000 लोगों की मौत भी जाती है।
दूषित और ख़राब भोजन से होने वाली बीमारियां
- फूडपॉइजनिंग: मतली, उल्टी, पेट दर्द, दस्त।
- हैपेटाइटिसए: बुखार, थकान, भूख न लगना, पेट में दर्द, पीलिया,
- बोटुलिज्म: मांसपेशियोंमें कमजोरी, दृष्टि धुंधलाना, बोलने में कठिनाई सांस लेने में कठिनाई।
- लिस्टेरियोसिस: बुखार, मांसपेशियोंमें दर्द, मतली, दस्त।
- शिगेलोसिस: दस्त(कभी-कभी खून के साथ), बुखार, पेट दर्द।
- कैंपिलोबैक्टरियोसिस: दस्त, बुखार, पेट में ऐंठन, उल्टी।
- टाइफाइड बुखार: तेज बुखार, कमजोरी, पेट में दर्द, सिरदर्द, भूख न लगना।
- एंथ्रेक्स: बुखार, ठंड लगना, साँस लेने में कठिनाई, खांसी।
निवारण के उपाय
.स्वच्छता: भोजन तैयार करते समय और खाने से पहले हाथ धोना।
.सुरक्षित खाद्य प्रथाएं: खाना सही तरीके से पकाना और सुरक्षित तापमान पर संग्रहीत करना।
.साफ पानी का उपयोग: पीने और खाना पकाने के लिए केवल साफ पानी का उपयोग करना।
.अच्छी स्वच्छता: कच्चे और पके हुए भोजन को अलग-अलग रखना और रसोई को साफ रखना।
दूषित भोजन से बचने के लिए इन सावधानियों को अपनाकर हम अपनी और अपने परिवार की सेहत की रक्षा कर सकते हैं।