2023 बैच की Trainee IAS officer Pooja Khedkar वर्तमान समय में कर्मिक मंत्रालय द्वारा अधिकारों के दुरुपयोग और फर्जी प्रमाणपत्रों के मामले में जांच के अधीन हैं, जिन्होंने UPSC में AIR 841 हासिल किया था।
Trainee IAS officer Pooja Khedkar : 2023 बैच की IAS प्रशिक्षु पूजा खेडकर ने UPSC में AIR 841 हासिल किया है , इस समय (Ministry of Personnel) कर्मिक मंत्रालय द्वारा अधिकारों के दुरुपयोग और फर्जी प्रमाणपत्रों के लिए जांच के अधीन हैं। जांच रिपोर्ट दो सप्ताह में आने की उम्मीद है।
कर्मिक मंत्रालय ने एक बयान में कहा,”केंद्र सरकार ने आईएएस पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर की अभ्यर्थिता के दावे और अन्य विवरणों को सत्यापित करने के लिए एकल-सदस्यीय समिति का गठन किया है, जिसकी अध्यक्षता भारत सरकार के अतिरिक्त सचिव स्तर के वरिष्ठ अधिकारी कर रहे हैं, और यह समिति अपनी रिपोर्ट दो सप्ताह में प्रस्तुत करेगी।”
Trainee IAS officer Pooja Khedkar पर है कई आरोप ?
पूजा खेडकर, महाराष्ट्र कैडर की 2023 बैच की आईएएस अधिकारी, जिन्होंने यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक (AIR) 841 प्राप्त की है , हाल ही में विवादों में तब आईं जब उन्होंने अपनी निजी ऑडी कार को रेड-ब्लू बेकन लाइट और वीआईपी नंबर प्लेट के साथ उपयोग किया, यहाँ तक की उन्होंने (Trainee officer) प्रशिक्षु अधिकारियों को उपलब्ध नहीं होने वाले सुविधाओं की भी मांग की।
पुणे के कलेक्टर सुहास दिवसे द्वारा सामान्य प्रशासन विभाग को प्रस्तुत एक रिपोर्ट के अनुसार, खेडकर ने बार बार मांग की कि उन्हें अलग कैबिन, कार, आवासीय क्वार्टर और एक चपरासी दिए जाए, वह भी 3 जून को प्रशिक्षु के रूप में ड्यूटी में शामिल होने से पहले। हालांकि, उनकी मांगों को खारिज कर दिया गया था।
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पूजा पर आरोप है कि उन्होंने पुणे कलेक्टर के कार्यालय में एक वरिष्ठ अधिकारी के नामपट्ट को हटा दिया जब उन्होंने अपने कार्यालय के रूप में उनके ऐंटी चेंबर का उपयोग करने की अनुमति दी थी। खेडकर पर फर्जी विकलांगता और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) प्रमाणपत्र प्रस्तुत करने का भी आरोप है। रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि उन्होंने मानसिक बीमारी का प्रमाणपत्र भी प्रस्तुत किया था।
विभाग के तरफ से अप्रैल 2022 में उन्हें दिल्ली एम्स में अपने विकलांगता प्रमाणपत्र का सत्यापन कराने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने कोविड संक्रमण का हवाला देते हुए ऐसा नहीं किया। साथ ही पुणे नगर निगम भी फुटपाथ पर अवैध अतिक्रमण के खिलाफ उनके घर पर कार्रवाई कर सकता है बुलडोजर बंगले के पास तैयार खड़े हैं।