hockey olympics 2024 भारतीय हॉकी टीम की इस ऐतिहासिक जीत में कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने अहम भूमिका निभाई उन्होंने मैच में दोनों गोल दागे और टीम को जीत की ओर अग्रसर किया। हरमनप्रीत सिंह, जो भारतीय टीम के डिफेंडर और कप्तान हैं, दुनिया के प्रमुख ड्रैग फ़्लिकर में से एक माने जाते हैं।
hockey olympics 2024 पेरिस ओलंपिक ने भारतीय हॉकी टीम को एक और उपलब्धि के साथ सम्मानित किया है, भारतीय हॉकी खिलाड़ियों ने ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है, जब उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल मैच में स्पेन को 2-1 से हराया। यह भारतीय हॉकी के लिए चौथा ब्रॉन्ज मेडल है, और पिछले 52 सालों में पहली बार ओलंपिक में हॉकी में पदक जीतने का गौरव प्राप्त किया है।
hockey olympics 2024 के कैप्टन हरमनप्रीत सिंह की कहानी
हरमनप्रीत सिंह का जन्म 6 जनवरी 1996 को अमृतसर के जंडियाला गुरु कस्बे के पास तिम्मोवाल गांव में हुआ था। वे बचपन में स्कूल से छुट्टियों के दौरान खेती में भी हाथ बंटाते थे और 10 साल की उम्र में हॉकी में कदम रखा। अप्रैल 2015 में सीनियर टीम के लिए पहली बार कॉल-अप मिलने के बाद, उन्होंने भारतीय हॉकी में अपनी एक खास जगह बना ली। उनकी संपत्ति लगभग $5 मिलियन (42 करोड़ रुपये) है और 2015 में दबंग मुंबई द्वारा खरीदे जाने के बाद उन्होंने ‘सबसे होनहार खिलाड़ी’ का पुरस्कार भी जीता।
भारत के चार ब्रॉन्ज मेडल: एक शानदार मेडल कलेक्शन
पेरिस ओलंपिक में भारत ने कुल 4 मेडल जीते हैं, और सभी ब्रॉन्ज हैं। पहले तीन ब्रॉन्ज मेडल शूटिंग में मिले:
1 – मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में पहला ब्रॉन्ज मेडल जीता।
2- मनु भाकर और सरबजोत सिंह की मिक्स्ड टीम ने दूसरा ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।
3- स्वप्निल कुसाले ने मेन्स 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में तीसरा ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया।
भारतीय हॉकी का गर्वपूर्ण इतिहास,
hockey olympics 2024 में इस ब्रॉन्ज मेडल के साथ, भारतीय हॉकी टीम ने 52 साल बाद एक महत्वपूर्ण उपलब्धि को दोहराया है, पिछले टोक्यो ओलंपिक में भी भारतीय हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था, और अब पेरिस में भी उन्होंने इस सफलता को बनाए रखा है।
यह भारतीय हॉकी की इस अद्भुत सफलता का प्रदर्शन हमारे खेल जगत के लिए गर्व का कारण है और भविष्य में नई ऊंचाइयों को छूने की प्रेरणा देता है।
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