Maharashtra के बदलापुर (Badlapur) में एक भयावह घटना सामने आई है, जहां दो मासूम बच्चियों के कथित यौन शोषण के बाद उग्र विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। इस घटना ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया, और जनता का गुस्सा सड़कों पर साफ दिखाई दिया।
Badlapur News : बदलापुर के एक स्कूल में, तीन और चार साल की दो बच्चियों के साथ स्कूल के सफाई कर्मचारी द्वारा कथित यौन शोषण का मामला सामने आया। इस अमानवीय कृत्य ने पूरे इलाके में उबाल ला दिया। आरोपी पर POCSO एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है, जो बच्चों के यौन उत्पीड़न के मामलों में कड़ी सजा का प्रावधान करता है।
घटना के बाद Badlapur में जनाक्रोश उफान पर था। प्रदर्शनकारियों ने स्कूल की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और यहां तक कि रेलवे स्टेशन पर पथराव भी किया। इस हिंसा के चलते स्थानीय ट्रेन सेवाओं में भारी बाधा उत्पन्न हुई, जिससे रोजाना आने-जाने वाले यात्रियों को घंटों परेशानियों का सामना करना पड़ा। पुलिस ने स्थिति को संभालने की कोशिश की, लेकिन विरोध कई घंटों तक जारी रहा।
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Public Protest at Badlapur Station
After 2 Nursery kids face alleged sexual assault by male attendence.Now No BJP IT Cell tweet on incident? pic.twitter.com/2DUdaokO7R
— Ashish Singh (@AshishSinghKiJi) August 20, 2024
सरकार और पुलिस की कार्रवाई पर सवाल
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस मामले को प्राथमिकता देते हुए मामले को तेजी से निपटाने और कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा, इस गंभीर मामले की जांच के लिए पुलिस महानिरीक्षक आरती सिंह के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है।
शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे और राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने राज्य सरकार और पुलिस की भूमिका पर कड़े सवाल उठाए हैं। उन्होंने महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को लेकर सरकार की विफलताओं पर चिंता जताई है।
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— Mumbai Tez News (@mumbaitez) August 20, 2024
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के अध्यक्ष प्रियंक कानूंगो ने इस मामले में पुलिस की देरी पर नाराजगी जताते हुए घटनास्थल पर टीम भेजने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि समय पर एफआईआर दर्ज न करने के लिए संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
Badlapur में निष्कासन और सुधार की मांग
Badlapur News बड़े पैमाने पर विरोध के बाद, स्कूल प्रबंधन ने प्रधानाचार्य, कक्षा शिक्षक, और महिला अटेंडेंट को निलंबित कर दिया है, पुलिस की धीमी प्रतिक्रिया पर भी सवाल उठाए गए हैं, और स्टेशन प्रभारी शुभदा शिटोले का तबादला कर दिया गया है। महाराष्ट्र सरकार ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए स्कूल सुरक्षा प्रोटोकॉल में सुधार और सख्त कदम उठाने पर जोर दिया है।
इस घटना ने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है, और अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि न्याय की दिशा में क्या कदम उठाए जाएंगे।
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