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Baba Siddique : राजनीति और बॉलीवुड के बीच एक पुल, जो अब टूट गया ?

बाबा सिद्दीकी  (Baba Siddique) का नाम सिर्फ राजनीति तक ही सीमित नहीं था, वे बॉलीवुड के बड़े सितारों के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाने के लिए भी मशहूर थे।

Baba Siddique
Baba Siddique

Mumbai : मुंबई के एक जाने-माने नेता, बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) की हत्या ने पूरे महाराष्ट्र को स्तब्ध कर दिया। 66 वर्षीय बाबा सिद्दीकी, जो बांद्रा पश्चिम से तीन बार विधायक रह चुके थे और महाराष्ट्र की राजनीति में एक प्रमुख शख्सियत माने जाते थे, की कल रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना बांद्रा पूर्व (Bandra East) में उनके बेटे ज़ीशान सिद्दीकी के ऑफिस के बाहर हुई। इस गोलीबारी के बाद कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने हत्या की जिम्मेदारी ली।

Baba Siddique का राजनीति में उदय

बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) का असली नाम ज़ियाउद्दीन सिद्दीकी था उनका जन्म मुंबई के राजनीतिक और सामाजिक तौर पर संवेदनशील माहौल में हुआ था, और उन्होंने 1977 में कांग्रेस पार्टी से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की।

अपनी कड़ी मेहनत और कुशल राजनीतिक रणनीतियों की बदौलत उन्होंने 1980 तक बांद्रा तालुका यूथ कांग्रेस (Youth Congress) में एक महत्वपूर्ण स्थान हासिल कर लिया। उनके करीबी रिश्ते कांग्रेस के दिग्गज नेता सुनील दत्त (Sunil Dutt) से थे, जिसने उन्हें बांद्रा पश्चिम से 1999 में अपनी पहली चुनावी जीत दर्ज करने में मदद की। इसके बाद, वे लगातार तीन बार इस सीट से विधायक चुने गए।

उनका कार्यकाल 2004 से 2008 के बीच महाराष्ट्र के खाद्य और नागरिक आपूर्ति, श्रम, और उपभोक्ता संरक्षण राज्य मंत्री के रूप में रहा, जिसमें उन्होंने अपनी प्रशासनिक क्षमताओं का परिचय दिया और सांप्रदायिक सद्भाव के मजबूत पैरोकार के रूप में अपनी पहचान बनाई।

Bollywood से संबंध और इफ्तार पार्टियों की विरासत

बाबा सिद्दीकी  (Baba Siddique) का नाम सिर्फ राजनीति तक ही सीमित नहीं था, वे बॉलीवुड के बड़े सितारों के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाने के लिए भी मशहूर थे। उनकी इफ्तार पार्टियां हमेशा चर्चा में रहती थीं, क्योंकि वे राजनीति और मनोरंजन जगत के बड़े नामों को एक साथ लाने का जरिया बनती थीं। 2013 में उन्होंने शाहरुख खान (Shahrukh Khan) और सलमान खान (Salman Khan) के बीच चले आ रहे मतभेदों को खत्म करने में भी अहम भूमिका निभाई।

Baba Siddique
Baba Siddique,Salman Khan , Shahrukh Khan

उनकी एक इफ्तार पार्टी में शाहरुख खान को सलमान के पिता सलीम खान के पास बैठाया गया था, जिससे दोनों के बीच जमी बर्फ पिघलने लगी और उनके संबंधों में सुधार आया। सिद्दीकी की यह पार्टी सिर्फ इफ्तार नहीं बल्कि बॉलीवुड और राजनीति के बीच रिश्तों की एक कड़ी बन गई थी।

 हत्या और अस्पताल में बॉलीवुड का जमावड़ा

बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) की हत्या के बाद उन्हें तुरंत मुंबई के लीलावती अस्पताल ले जाया गया। यह खबर फैलते ही बॉलीवुड के कई बड़े सितारे जैसे सलमान खान, संजय दत्त और शिल्पा शेट्टी वहां पहुंच गए, ताकि उनके परिवार के साथ इस दुख की घड़ी में खड़े रह सकें। अस्पताल में हर किसी की आंखों में शोक और चिंता थी।

कांग्रेस से एनसीपी तक का सफर

बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique)ने अपने राजनीतिक जीवन का बड़ा हिस्सा कांग्रेस पार्टी (Congress) के साथ बिताया। हालांकि, बाद में उन्होंने निजी कारणों से कांग्रेस छोड़ दी और अजित पवार के नेतृत्व वाले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के धड़े में शामिल हो गए। हालांकि, उनकी महत्वाकांक्षाओं को कुछ कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसमें एक झुग्गी पुनर्वास परियोजना में कथित संलिप्तता का आरोप भी शामिल था।

बाबा सिद्दीकी ने खुद कहा था, “मेरा सफर इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और संजय गांधी के साथ था। मौजूदा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे मेरे पिता के समान हैं, लेकिन कभी-कभी व्यक्तिगत जीवन में कुछ फैसले लेने पड़ते हैं।”

राजनीतिक प्रतिक्रिया

बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique)के राजनीतिक जीवन ने उन्हें सभी दलों में मित्र बनाए। उनकी हत्या पर पूरे राजनीतिक जगत ने गहरा दुख और नाराजगी व्यक्त की। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे “शब्दों से परे” करार देते हुए कहा, “इस दुख की घड़ी में, मैं उनके परिवार, दोस्तों और समर्थकों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। न्याय सुनिश्चित होना चाहिए, और महाराष्ट्र सरकार को पूरी तरह से निष्पक्ष जांच करनी चाहिए।”

राहुल गांधी ने भी इस दुखद घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “बाबा सिद्दीकी जी का निधन चौंकाने वाला और दुखद है। यह घटना महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था की पूरी तरह से विफलता को उजागर करती है। सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और न्याय होना चाहिए।”

 बिहार से भी शोक संदेश

बाबा सिद्दीकी की जड़ें बिहार से थीं, इसलिए उनके निधन पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “एनसीपी के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की खबर बहुत दुखद है। वह एक जीवंत व्यक्ति थे। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उन्हें स्वर्ग में ऊंचा स्थान मिले और उनके प्रियजनों को धैर्य मिले।”

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी बाबा सिद्दीकी के लिए दुःख प्रकट किया ,आगे उन्होंने बताया की वह भी उनके जिले गोपालगंज के मूलनिवासी थे

 व्यापक शोक

एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) की हत्या पर गहरी चिंता और निंदा व्यक्त की। उन्होंने इसे महाराष्ट्र की कानून व्यवस्था के खराब हालात का गंभीर संकेत बताया। ओवैसी ने कहा, “बाबा सिद्दीकी की निर्मम हत्या बेहद निंदनीय है। यह घटना स्पष्ट रूप से राज्य में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति को दर्शाती है। हम अल्लाह से प्रार्थना करते हैं कि वह उन्हें जन्नत में जगह दे और उनके परिवार, मित्रों और सहयोगियों को इस दुख की घड़ी में सहनशक्ति प्रदान करे।”

इस हत्या ने महाराष्ट्र की राजनीति में गहरी हलचल मचा दी है। एनसीपी ने भी इस दुखद घटना के मद्देनजर सभी पार्टी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजित पवार ने अपनी जनसंपर्क यात्रा को भी स्थगित कर दिया है।

Baba Siddique की हत्या ने न केवल महाराष्ट्र बल्कि पूरे देश में शोक और नाराजगी की लहर पैदा कर दी है।

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